बीकानेर के युवा साहित्यकार वली मोहम्मद गौरी साहब के जुनून का नतीजा है कि फ्रेंड्स एकता संस्थान की जानिब से हर वर्ष शहीदे आज़म अशफ़ाक़ उल्लाह ख़ान हसरत वारसी की याद में यादगार कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, वली साहब, साथी नदीम अहमद नदीम और इनके सभी मित्रों के जज़्बे को सलाम। कार्यक्रम में आज राजस्थानी साहित्य के लिए सम्मान और वह भी आदरणीय श्री भवानीशंकर व्यास ‘विनोद’, श्री मधु आचार्य ‘आशावादी’, श्री राजेन्द्र जोशी और जनाब गुलाम मोहिउद्दीन माहिर से हाथों प्रेरणास्पद है। बहुत बहुत आभार।
